यदि इंसान सिर्फ दौलत के बारे में ही सोचता रहे तो लोगों की सेवा कब करेगा. – दौलत तालाब – तड़ाग, सर, जलाशय, सरसि,ताल,पद्माकर, पुष्कर, सरोवर। झूमना – काँपना, हिलना, डोलना, लहराना, झोंका, खाना, झूलना। एकता – मेल, मेलजोल, मेलमिलाप, संगठन, बराबरी, सामंजस्य, समन्वय, एकसूत्रता, एकत्व, सद्भाव। धनिक के कौन-कौन https://dantepaxgz.wikicommunication.com/4888253/the_basic_principles_of_irshya_ka_vilom_shabd